मीडिया साक्षरता मे वरिष्ठ पत्रकार और मीडिया शिक्षक के.जी. सुरेश के योगदान का अध्ययन
DOI:
https://doi.org/10.8476/sampreshan.v17i2.383Abstract
डिजिटल युग में हिंदी मीडिया अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। हिंदी मीडिया के समक्ष अवसर और चुनौतियों की संख्या कम नहीं है। हिंदी के पाठकों, श्रोताओं और दर्शकों के बदलते प्रौद्योगिकी की दिशा में सकारात्मक रुझान इसी बात से स्पष्ट होता है कि हिंदी में पॉडकास्ट की लोकप्रियता बढ़ रही है, जिसमें विभिन्न विषयों पर चर्चा और विश्लेषण किया जाता है। यही नहीं, हिंदी मीडिया वीडियो कंटेंट पर भी ध्यान केंद्रित कर रहा है, जिसमें समाचार, विश्लेषण, और मनोरंजन संबंधी वीडियो शामिल हैं। मगर हिंदी मीडिया की यह प्रगतिशील यात्रा निष्कंटक भी नहीं है। इसके समक्ष एक बड़ी चुनौती डिजिटल साक्षरता की कमी है, जिससे पाठकों को ऑनलाइन सामग्री तक पहुंचने में परेशानी होती है। साथ ही सोशल मीडिया पर झूठी खबरों और अफवाहों का फैलना एक बड़ी चुनौती है, जिससे हिंदी मीडिया की विश्वसनीयता पर असर पड़ रहा है। असामाजिक और राष्ट्र विरोधी तत्व छद्म समाचार और आख्यान के माध्यम से समाज में भ्रम और नफरत पैदा करने का प्रयास कर रहे हैं । मीडिया साक्षरता के अभाव में यह निश्चित ही चिंता का विषय है। इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है, कि हिन्दी मीडिया साक्षरता में मीडिया गुरू और शिक्षक के.जी. सुरेश का अमूल्य योगदान है। प्रस्तुत अध्ययन के दौरान हिन्दी मीडिया साक्षरता की दिशा में किये कार्यों का विस्तृत विवेचन किया गया है।