आधुनिक जीवन में हठयोग के उद्देश्य एवं उपयोगिता का महत्व
Abstract
आधुनिक जीवन में हठ योग का अत्यधिक महत्त्व है जिसके माध्यम से प्राणों का उत्थान कर चेतना के नए आयाम को सामने लाना है वह मानव मन को अधिक शक्तिशाली व प्रतिभावन बनाना और आध्यात्मिक उत्थान करना भी है। यह शारीरिक, मानसिक रूप से संपन्न तो करता है परंतु सर्वोच्च उद्देश्य आध्यात्मिक उन्नति ही है। संपूर्ण हठयोग को ‘’ह’’, और ‘’ठ’’ का संतुलन कहा जाता है। यही संतुलन आध्यात्मिक विकास की सीढ़ी है। आध्यात्मिक विकास के लिए प्राणायाम, धारणा, ध्यान के अभ्यास से सुप्त चेतना की जागृत होती है। हठ योग के विभिन्न अभ्यासों को सामान्य जीवन में अपनाकर व्यक्तित्व का बहुआयामी विकास किया जाना ही हठयोग का उद्देश्य है।
Published
2016-2024
How to Cite
वंदिता, डॉ. शशिकांत मणि त्रिपाठी,. (2024). आधुनिक जीवन में हठयोग के उद्देश्य एवं उपयोगिता का महत्व. Sampreshan, ISSN:2347-2979 UGC CARE Group 1, 17(2), 1298–1303. Retrieved from https://sampreshan.info/index.php/journals/article/view/346
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