श्री गंगानगर-हनुमानगढ़ अंचल के ऐतिहासिक-पुरातात्विक स्थलों का पर्यटन के संदर्भ में योगदान का विश्लेषण

Authors

  • आत्माराम डाॅ. सीमा वर्मा,

DOI:

https://doi.org/10.8476/sampreshan.v16i4.235

Abstract

 


प्रस्तुत शोध पत्र में श्री गंगानगर-हनुमानगढ़ अंचल के ऐतिहासिक पुरातात्विक स्थलों का उल्लेख करते हुए वर्तमान आर्थिक वैश्विक परिप्रेक्ष्य में इन स्थलों का पर्यटन के संदर्भ में योगदान के स्वरूप का नए ढंग से विश्लेषण करने का प्रयास किया गया है। इस श्रृंखला में इस क्षेत्र में स्थित ऐतिहासिक व पुरातात्विक स्थलों जैसे कालीबंगा, भटनेर, बरोर, मुंडा, पीरसुल्तान, भद्रकाली, रंगमहल, हिंदूमलकोट, डाडा पंपाराम, बुड्ढा जोहड़, सर छोटू राम संग्राहलय आदि का भारतीय इतिहास में महत्व व पर्यटन के निमित्त यहां पहुंचने वाले पर्यटकों से होने वाली आर्थिक समृद्धि को भी रेखांकित करने का प्रयास किया गया है। हड़प्पा तथा वैदिक सभ्यता से संबंध रखने वाला स्थल श्री गंगानगर-हनुमानगढ़ अंचल भारतीय इतिहास के दृष्टिकोण से अपना विशेष स्थान रखता है, लेकिन इतिहासकारों तथा पुरातत्ववेताओं के द्वारा इसके महत्व को अधिकांशतः उपेक्षित ही रखा गया है। इतिहास तथा पर्यटन के क्षेत्र में इस अंचल का क्या योगदान हो सकता है, इसकी विवेचना इस शोध पत्र में करने का प्रयास किया गया है साथ ही आलेख में ऐतिहासिक तथा पुरातात्विक स्थलों के महत्व के साथ पर्यटन के संदर्भ में उसका क्या योगदान है, इसको प्राथमिकता दी गई है।

Published

2016-2024

How to Cite

आत्माराम डाॅ. सीमा वर्मा,. (2024). श्री गंगानगर-हनुमानगढ़ अंचल के ऐतिहासिक-पुरातात्विक स्थलों का पर्यटन के संदर्भ में योगदान का विश्लेषण. Sampreshan, ISSN:2347-2979 UGC CARE Group 1, 16(4), 84–88. https://doi.org/10.8476/sampreshan.v16i4.235

Issue

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Articles